UPTET syllabus 2019 in hindi: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा पाठ्यक्रम (उच्च प्राथमिक स्तर, 6-8)
महत्वपूर्ण सूचना
१-उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा उच्च प्राथमिक स्तर हेतु 150 प्रश्नों का एक प्रश्न पत्र होगा जिसमे कुल 4 भाग होंगे जिसकी परीक्षा की अवधि 150 मिनट की होगी।
२-इस परीक्षा में प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होगा तथा कोई ऋण आत्मक मूल्यांकन नहीं होगा।
३-पात्रता परीक्षा के सभी प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे जिनके चार विकल्प दिए होंगे जिसका कोई एक विकल्प सही होगा।
४-उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा Paper 2 में उत्तीर्ण होने के लिए अभ्यर्थियों को 90 अंक प्राप्त करने होते हैं। वहीं आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को 8 अंकों की छूट प्रदान की जाती है।
५-उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को एक प्रमाण पत्र दिया जाता है जो 5 वर्षों के लिए बैध होता है।
UPTET Syllabus Paper 2
भाग-1 बाल विकास एवं शिक्षण शास्त्र (Child Development and Pedagogy UPTET Syllabus ) (30 Marks)
१-विकास की अवधारणा तथा अधिगम के साथ उसका संबंध
२-बालकों के विकास के सिद्धांत
३-आनुवंशिकता और पर्यावरण का प्रभाव
४-सामाजिकरण प्रक्रियाएं: सामाजिक विश्व और बालक शिक्षक, अभिभावक और मित्रगण
५-जीन पियाजे, कोहल्बर्ग और बायो गोटस्की: निर्माण और विवेचित संदर्श
६-बाल केंद्रित और प्रगामी शिक्षा की अवधारणा
७-बौद्धिकता का निर्माण एवं बहुआयामी बौद्धिकता
८-भाषा और चिंतन
९-समाज निर्माण के रूप में लिंग: लिंग भूमिकाएं, लिंग पूर्वाग्रह और शैक्षणिक व्यवहार
१०-शिक्षार्थियों के मध्य व्यक्तिक विभेद
११-अधिगम के लिए मूल्यांकन
१२-सतत एवं व्यापक मूल्यांकन
१३-शिक्षार्थियों का मूल्यांकन
१४-विविध पृष्ठभूमि के शिक्षार्थियों की पहचान
१५-अधिगम संबंधी समस्याएं तथा कठिनाई वाले बालकों की आवश्यकता
१६-मेघावी, सृजनशील तथा प्रतिभावान शिक्षार्थियों की समझ
१७-बच्चों में सोचना और सीखना
१८-शिक्षण अधिगम एवं अध्यापन की बुनियादी प्रक्रिया
१९-बालक: एक समस्या समाधान कर्ता तथा एक वैज्ञानिक अन्वेषक के रूप में
२०-बालकों में अधिगम की वैकल्पिक अवधारणाएं
२१-अभिप्रेरणा और अधिगम
२२-अधिगम में योगदान देने वाले कारक
भाग 2- हिंदी (UPTET Syllabus Bhasa-1) (30 Marks)
(क) विषय वस्तु-
१-अपठित अनुच्छेद।
२-संज्ञा एवं संज्ञा के भेद।
३-सर्वनाम एवं सर्वनाम के भेद।
४-विशेषण एवं विशेषण के भेद।
५-किया एवं क्रिया के भेद।
६-वाच्य-कर्तृवाच्य, कर्मवाच्य, भाववाच्य।
७-हिंदी भाषा की समस्त ध्वनियों, संयुक्ताक्षरओं, संयुक्त व्यंजनों एवं अनुस्वार एवं चंद्र बिंदु में अंतर।
८-वर्णक्रम, पर्यायवाची, विपरितार्थक, अनेकार्थक, समानार्थी शब्द।
९-अव्यय के भेद।
१०-अनुस्वार, अनुनासिक का प्रयोग।
११-"र" के विभिन्न रूपों का प्रयोग।
१२-वाक्य निर्माण।
१३-विराम चिन्हों की पहचान एवं उपयोग।
१४-वचन, लिंग एवं काल का प्रयोग।
१५-तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी शब्द।
१६-उपसर्ग एवं प्रत्यय।
१७-शब्द युग्म।
१८-समास, समास विग्रह एवं समास के भेद।
१९-मुहावरे एवं लोकोक्तियां।
२०-क्रिया- सकर्मक, अकर्मक।
२१-संधि एवं संधि के भेद।
२२-अलंकार (अनुप्राश,यमक, श्लेष,उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा,अतिश्योक्ति)
(ख)-भाषा विकास का अध्यापन।
१-अधिगम अर्जन।
२-भाषा अध्यापन के सिद्धांत।
३-सुनने और बोलने की भूमि का, भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं।
४-मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर विवेचन।
५-एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां, भाषा की कठिनाइयां,त्रुटियां और विकार।
६-भाषा कौशल। UPTET Syllabus & Exam Pattern
७-भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करना-बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना।
८-अध्यापन- अधिगम सामग्री: पाठ्य पुस्तक, मल्टीमीडिया सामग्री, कछा का बहु भाषाई संसाधन।
९-उपचारात्मक अध्यापन।
भाग 4 सामाजिक अध्ययन (UPTET Syllabus for Social Studies/Social Sciences) (60 Marks)
इतिहास-
इतिहास जानने के स्रोत।
पाषाण कालीन संस्कृति, ताम्र पाषाण संस्कृति, वैदिक संस्कृति।
छठी शताब्दी ईसा पूर्व का भारत।
भारत के प्रारंभिक राज्य।
भारत में मौर्य साम्राज्य की स्थापना।
मौर्योत्तर कालीन भारत, गुप्त काल, राजपूत कालीन भारत, पुष्यभूति वंश, दक्षिण भारत के राज्य।
इस्लाम का भारत में आगमन।
दिल्ली सल्तनत की स्थापना, विस्तार, विघटन।
मुगल साम्राज्य, संस्कृति, पतन।
यूरोपीय शक्तियों का भारत में आगमन,अंग्रेजी राज्य की स्थापना।
भारत में कंपनी राज्य का विस्तार।
भारत में नवजागरण, भारत में राष्ट्रवाद का उदय।
स्वाधीनता आंदोलन, स्वतंत्रता प्राप्ति, भारत विभाजन।
स्वतंत्र भारत की चुनौतियां। UPTET Syllabus & Exam Pattern.
नागरिक शास्त्र-
हम और हमारा समाज।
ग्रामीण एवं नगरीय समाज व् रहन सहन।
ग्रामीण व नगरीय स्वशासन।
जिला प्रशासन।
हमारा संविधान।
यातायात सुरक्षा।
केंद्रीय व राज्य शासन व्यवस्था।
भारत में लोकतंत्र।
देश की सुरक्षा एवं विदेश नीति।
वैश्विक समुदाय एवं भारत।
नागरिक सुरक्षा।
दिव्यांगता। UPTET Syllabus & Exam Pattern.
भूगोल-
सौरमंडल में पृथ्वी ग्लोब-पृथ्वी पर स्थानों का निर्धारण, पृथ्वी की गतियां।
मानचित्रण, पृथ्वी के परिमंडल, स्थल मंडल- पृथ्वी की संरचना, पृथ्वी के प्रमुख स्थल रूप।
विश्व में भारत, भारत का भौतिक स्वरूप, मृदा, वनस्पतियां, भारत की जलवायु, भारत में आर्थिक संसाधन, यातायात, व्यापार व संचार।
उत्तर प्रदेश- भारत में स्थान, राजनीतिक विभाग, जलवायु, वनस्पति एवं वन्य जीव, कृषि, उद्योग धंधे, जनसंख्या एवं नगरीकरण।
धरातल के रूप, बदलने वाले कारक।
वायुमंडल, जलमंडल।
संसार के प्रमुख प्राकृतिक प्रदेश एवं जन जीवन।
खनिज संसाधन, उद्योग धंधे। UPTET Syllabus & Exam Pattern.
आपदा एवं आपदा प्रबंधन।
पर्यावरणीय अध्ययन-
पर्यावरण, प्राकृतिक संसाधनों एवं उनकी उपयोगिता।
प्राकृतिक संतुलन।
संसाधनों का उपयोग।
जनसंख्या वृद्धि का पर्यावरण पर प्रभाव।
अपशिष्ट प्रबंधन, आपदाएं, पर्यावरणविद, पर्यावरण के क्षेत्र में पुरस्कार, पर्यावरण दिवस, पर्यावरण कैलेंडर।
गृह विज्ञान-
स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, पोषण रोग एवं उनसे बचने के उपाय, खाद्य पदार्थों का संरक्षण, प्रदूषण, पाचन संबंधी रोग एवं सामान्य बीमारियां, गृह प्रबंधन, शारीरिक शिक्षा एवं खेल, व्यायाम, योग एवं प्राणायाम,राष्ट्रीय खेल पुरस्कार, खेल और हमारा भोजन, प्राथमिक चिकित्सा।
भाषा 2 (संस्कृत/इंग्लिश/उर्दू.में से कोई एक) (30 Marks)